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मार्च, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

'ठरलं तर मग' आजचा भाग २ एप्रिल २०२४ Tharal tar mag today's episode reviews.

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 'ठरलं तर मग' आजचा भाग २ एप्रिल २०२४ Tharal tar mag today's episode reviews  ठरलं तर मग या मालिकेच्या आजच्या भागामध्ये आपण पाहणार आहोत सुभेदारांच्या घरची धुळवड अगदी उत्साहात साजरी होत असते प्रत्येक जण एकमेकांना रंग लावत असतात मग काही वेळानंतर तेथे पुर्णाआजी येतात तेव्हा अस्मिता पळत  जाते आणि आजी असं म्हणून पुर्णाआजीला  रंग लावते त्या खूपच खुश होतात आणि सायलीकडे पाहतात तर ती एकटीच उभी असल्यामुळे त्या विचारतात ही का अशी उभी आहे ग त्यावेळी अस्मिता म्हणते अर्जुनची वाट पाहत असेल बाकी काय असं म्हणून ती लगेच नाक मुरडते मग काही वेळानंतर तेथे प्रताप येतो आणि म्हणतो पुर्णाआजी मी तुला रंग लावणार असं म्हणून तो देखील आता पुर्णाआजी रंग लावतो तेवढ्यातच कल्पना विमल त्याचबरोबर सायली देखील तेथे येतात सायली पुर्णाआजी रंग लावून म्हणते हॅपी होळी पुर्णाआजी असं म्हणून ती आशीर्वाद देखील घेते तेव्हा त्या देखील सायली ला आशीर्वाद देतात पुढे पुर्णाआजी विचारतात अरे अश्विन आहे कुठे? तेवढ्यातच अश्विन आत येथे येतो आणि पूपुर्णाआजी विचारतात की अरे तू कुठे गेला होतास एवढा वेळ तो म्हणतो मी दादाला बोलवायला गेल

उत्तरप्रदेश में घूमने की १० प्रमुख जगह Top Ten Places to visit/do in Uttaar Pradesh

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उत्तरप्रदेश में घूमने की १० प्रमुख जगह  Top Ten Places to visit/do in Uttaar Pradesh उत्तरप्रदेश देश का एक ऐतिहासिक राज्य है जो की दुनियाभर में अपने कला ,संस्कृति और अपने ऐतिहासिक पार्श्वभूमि के लिए जाना जाता है | उत्तरप्रदेश अपने प्राकृतिक सौंदर्य के साथ साथ कई सारे खूबसूरत स्थापत्यकला का बेजोड़ नमूने पेश करता है | यंहा  हिन्दू,जैन और बौद्ध धर्म से जुड़े कई सारे धार्मिक स्थल है | खूबसूरत मंदिर और ऐतिहासिक इमारतों से उत्तर प्रदेश के कई सारे शहर सजे है इस ब्लॉग में हम देखेंगे उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण १० प्रमुख पर्यटन स्थल जो  आने वाले देशी विदेशी पर्यटकोकि पहली पसंदी है | 10 कानपूर (Kanpur) कानपूर उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा शहर है जो की अपने चमड़े के वस्तुओ के लिए जाना जाता है | कानपूर में अल्लन गार्डन ,कानपूर गार्डन श्री राधाकृष्ण मंदिर,मक्का मस्जिद,एग्रीकल्चर गार्डन,जैनमंदिर,बिठउर,जैजमाऊ,बूढ़ा बरगड़ अदि यंहा के प्रमुख पर्यटन है|  9 वृन्दावन (Vrundawan ) वृन्दावन भारत के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है जो की भगवान श्री कृष्ण के जीवन से जुड़ा है | यंहा पर से

नालासोपारा एक प्राचीन धरोहर NALASOPARA ANCIENT ASHOKA'S STUPA ,MUMBAI MAHARASHTRA

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नालासोपारा एक प्राचीन धरोहर NALASOPARA ANCIENT ASHOKA'S STUPA ,MUMBAI MAHARASHTRA        नालासोपारा प्राचीन भारत का पश्चिमी तट पर बसा सबसे महत्वपूर्ण बंदरगाह था जिसका महाभारत,जैन तथा कई सारे बौद्ध साहित्योमे इसकी महानता का जिक्र मिलता है | नालासोपारा मुंबई शहर से उत्तर की और लगभग ६० किमी की अंतर पर बसा है | १८८२ में पुरातत्व विभाग द्वारा की गयी खुदाई में  यंहा सम्राट अशोक द्वारा बनाया गए  पुरातन बौद्ध स्तूप के अवशेष मिले जिसके अंदर ताम्बे से बनी भगवान बुद्ध की ८ मुर्तिया प्राप्त हुवी तब जाके नालासोपारा के पीछे के ऐतिहासिक विरासत दुनिया के सामने आए |  ये सब मूर्तीच्या मुंबई के एशियाटिक सोसायटी के वस्तू संग्रहालय मे प्रदर्शित किया है किया तो वही शिलालेख मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्राहालय  में पर्यटको को देखणे के लिए रखा गया है |  कैसे जाये पहुंचे How to get there नालासोपारा मुंबई के उपनगरीय रेलवे के पश्चिम रेलमार्ग का महत्वपूर्ण स्टेशन है तो वही मुंबई-अहमदाबाद रोड से पहुंचा जा सकता है | मुंबई यंहा का सबसे नजदीकी हवाईअड्डा है |  नजदिक के दे