Travloger is travel blogging website in Hindi and English will share you travel experience in India and around the world also you get details information about particular destination such as Attraction,specialty of that place,historical importance,geography,how to reach there,where to stay ,Shopping,amenity and complete travel guide etc. Travel Blogging in Hindi,Travel blogging in English .Travel video and experience ,Travloger.com in official website of vicky vloger you tube channel.
लताने रणदिवेंच्या घरामध्ये पार्वती बनून केला प्रवेश 'घरोघरी मातीच्या चुली' Gharoghari matichya chuli today's episode घरोघरी मातीच्या चुली या मालिकेच्या पुढील भागांमध्ये आपण पाहणार आहोत लता ही ऐश्वर्या आणि सारंग ओरडून बोलते मला माहित आहे हे शूटिंग वगैरे काही नाही तुम्ही मला खऱ्या आयुष्यामध्ये करायला लावत आहात आता मला सांगा तुम्ही काय करत आहात तेव्हा ऐश्वर्याही विचारतो की ही घाबरतात इकडे आपण पाहतो जानकी ही नानाला बोलते नाना उद्या पार्वती आईचा श्राद्ध आहे आणि आज भाग आणि या जंगलामध्ये हिरव्या बांगड्या आहेत मला शिकून झाल्यासारखे वाटत आहे तेव्हा ना बोलतात ज्यांच्या काही समज करून घेऊ नको हा एक योगायोग आहे असे काहीच नसते त्यामुळे जानकी बोलते मला तर नाना पुढच्या येणाऱ्या संकटाची चाहूल दिसत आहे तेव्हा नाना सुमित्रा ऋषिकेश सर्वजण हे मंदिरामध्ये पूजा करण्यासाठी केलेले असतात आणि ऋषिकेश कोंडा मध्ये पूजा करायला जातो त्यावेळेस त्या महिला त्या कुंडामध्ये एक महिला पडते आणि ऋषिकेश आतील वाचवला जातो व तिला उचलून बाहेर घेऊन येतो तेव्हा मला विचारतात तू कोण आहेस तेव्हा ती महिला बोलते मी पार्वत...
बादामी पहले वातापी के नाम से भी जाना जाता था। बादामी केव्स बागलकोट जिले के बदामी टाउन से केवल १ किमी दुरी पर एक पहाड़ी पर स्थित है। बादामी ५४० से ७५७ तक चुलक्या राजयो की राजधानी था और चालुक्य राजाओ का शाही निवास भी था।
बादामी अगस्त्य झील की वजह से दो विभागों में बटा हुवा है एक उत्तर बादामी पहाड़ी में बादामी का किला है तो वही दक्षिण में बादामी केव्स मौजूद है। ईस गुफाओं का निर्माण छठी और सातवीं शताब्दी में चालुक्य राजा कीर्तिवर्मन और मंगलेश के समय हुवा ज्यादातर गुफाओं का निर्माण मंगलेश साल ईसा ५९८ से साल ६१० ईसा में हुवा है। चार में से ३ गुंफा हिन्दू और एक गुफा जैन महावीर को समर्प्रित हैं।
गुंफा कमांक १
गुंफा क्रमांक एक दुनिया भर में मशहूर है १८ हाथ वाले नृत्य मुद्रा के शिव के लिए ये नटराज की मूर्ति ५ फ़ीट लम्बी है। गुफा के अंदर भूवराह,महिषासुर मर्दिनी, भगवान गणेश के बेहद की खूबसूरत शिल्प तराशे गए हैं। गुफा में कई सारी सुन्दर आकृतिया विशेष रूप से पुराणिक प्रसंग और व्यक्तिरेखा उकेरी गयी हैं। लक्ष्मी ,पार्वती , अर्धनरनारीश्वर की बेहद ही खूबसूरत मुर्तिया तराशी गए हैं।
गुंफा क्रमांक २
गुंफा नंबर २ पहिली गुफा से ऊपर की और बनी हैं ईस का निर्माण ७ वी शताब्दी के शुरू में किया था। ईस गुफा के बरामदा में भगवान् विष्णु का त्रिविक्रम अवतार में बली राजा का वध करते हुवे एक बहुत ही खूबसूरत मूर्ति तराशी गयी है ,तो वही विरुद्ध दिशा में भगवन विष्णु के वराह अवतार की भूदेवी को समुन्दर से ऊपर उठाने वाली मूर्ति पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती हैं। गुंफा के अंदर कई सारी पौराणिक कथा के शिल्प बनाये गए है जिसमे समुद्रमन्थन,बासुरी बजाते भगवान कृष्ण शामिल है। ये गुफा कुल ३३. फ़ीट लम्बी २३.५ फ़ीट चौड़ी और ११. फ़ीट ऊँची है।
गुंफा क्रमांक ३
ये बादामी की सबसे बड़ी गुंफा है जो की ६५ फ़ीट लम्बी ४८ फ़ीट चौड़ी और १५ फ़ीट ऊँची है ये गुंफा वैष्णव मंदिर है ,यँहा पर आधी भगवान् विष्णु और आधी भगवान् शिव की मूर्ती है। बरामदामें भगवान् विष्णु की शेषनाग पर बैठी बेहद ही खूबसूरत मूर्ती है ,छत पर फ्रेस्को पेंटिंग भी देखने को मिलती हैं, और ये दक्षिण भारत का चित्रकारी का सबसे पहला उदहारण माना जाता है। गुफा में भगवान् त्रिविक्रम,वासुदेव, हरिहर, ब्रम्हा अदि हिन्दू देवीदेवताओं के सुन्दर शिप्ल तराशे गए हैं। गुफा के छत पर भी बड़े पैमाने पर काफी अलंकृत शिल्प तराशे गए हैं।
गुंफा क्रमांक ४
ये गुफा जैन धर्मीय है, ऐ भगवान् महावीर को समर्प्रित है, ये गुंफा क्रमांक ३ के पूर्वी दिशा में काफी नजदीक है और ये सब गुफाओं में आकर में सबसे छोटी है। ईसका निर्माण पहले तीन गुंफा के बाद किया होगा ऐसा इतिहासकारो का मानना है,जो की सम्भयता ११ या १२ शताब्दी में किया होगा। गुंफा के अंदर बाहुबली ,पार्श्वनाथ और भगवान महावीर की बेहद ही खूबसूरत मुर्तिया तराशी गयी है। गुफा के गर्भगृह में भगवान महावीर की मूर्ती विराजमान हैं।
ईन चार गूंफा के अलावा भूतनाथ मंदिर के पास और एक गूंफा हैं। जो संभाव्यता भगवान बुद्ध को समर्प्रित है मूल मूर्ती को काफी नुकसान पहुँचाया गया हैं।
कैसे पहुंचे ?
बादामी किला बादामी के प्रमुख बस स्टैंड से केवल १ किमी दूर है जिसे पर्यटक वाइडल या ऑटो रिक्शा से भी पहुंचसकते हैं। बादामी मैसूरु बागलकोट और हुबली जैसे बड़े शहरो से राष्ट्रीय मार्ग से जुड़ा हुवा हैं। बादामी सोलापुर-होस्पेट रेलवे मार्ग पर स्थित एक महत्वपूर्ण रेलवे स्थानक हैं। देश के प्रमुख शहर से बादामी के लिए रेलवे हर रोज चलती हैं, जिसमे मैसूरु, बंगलुरु,सोलापुर,मुंबई,पुणे,बागलकोट,विजापुर शामिल हैं। बदामी से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा खाई बेलगाव की १९० किमी दूर हैं। जो देश के प्रमुख शहरो से हवाई यातायात से जुड़ा हैं।
कहाँ पर ठहरे ?
बदामी में रहने के लिए ३ स्टार और १ स्टार होटल मिलेंगे साथ ही कर्नाटक पर्यटन विभाग से भी यंहा पर होटल्स चलाये जाते हैं। सस्ते दाम में अच्छा होटल बुक करने के लिए निचे दिए गए लिंक पर जाकर आप अपना होटल बुक कर सकते हैं।
Top 10 Tourist places to visit/in Telangana State तेलंगाना राज्य के १० प्रमुख पर्यटन स्थल తెలంగాణ రాష్ట్రంలోని టాప్ 10 పర్యాటక ప్రదేశాలు तेलंगाना, भारत का २९ वा सबसे नया राज्य ईसकी स्थापना साल 2011 में हुवी तेलंगाना राज्य, समृद्ध इतिहास, जीवंत संस्कृति और लुभावने परिदृश्यों की भूमि है। अपनी प्रभावशाली वास्तुकला, प्राचीन स्मारकों और प्राकृतिक अजूबों के साथ साथ , तेलंगाना पर्यटकों के लिए ढेर सारे आकर्षण केंद प्रदान करता है। इस ब्लॉग में, हम तेलंगाना के प्रमुख 10 पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी लेंगे जो हर यात्री के यात्रा कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए। हैदराबाद Hyderabad హైదరాబాద్ तेलंगाना की राजधानी, हैदराबाद, परंपरा और आधुनिकता का एक आदर्श मिश्रण है। ऐतिहासिक प्रतिष्ठित चारमीनार , कुतुबशाही मकबरे ,गोलकोंडा किले की भव्यता का पर्यटक आनंद ले सकते हैं और चौमहल्ला पैलेस की भव्यता का अनुभव करें। यह शहर अपनी प्रसिद्ध हुसैन सागर के बीचोबीच स्थापित भगवान बुद्ध प्रतिमा के लिए जाना जाता हैं। हलचल भरे बाजार और शांत हुसैन सागर बोट राइडिंग का आ...
Top 10 Tourist Places visit/do in Odisha ओडिशा में प्रमुख 10 पर्यटन स्थल Top 10 Tourist Places of Odisha भारत के पूर्वी तट पर स्थित ओडिशा प्राकृतिक सुंदरता , समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और वास्तुशिल्प के चमत्कारों का खजाना है। अपने विविध परिदृश्यों, प्राचीन मंदिरों, अतुलनीय समुद्र तटों और वन्यजीव अभ्यारण्यों के साथ, ओडिशा एक अनूठा और समृद्ध यात्रा अनुभव प्रदान करता है। इस ब्लॉग में, हम ओडिशा के प्रमुख 10 पर्यटन स्थलों को जानेंगे जो पर्यटकोंको यँहा आने को मजबूर कर मंत्रमुग्ध कर देंगे। 10 ) Daringbadi दारिंगबाड़ी:(ଦାରିଙ୍ଗବାଡି |) "ओडिशा के कश्मीर" के रूप में जाना जाता है, दारिंगबाड़ी हरे-भरे घाटियों और कॉफी बागानों के बीच बसा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है।पर्यटक एक सुखद जलवायु का अनुभव कर सकते हैं, आश्चर्यजनक खूबसूरत झरनों की यात्रा करें, और इस सुरम्य पहाड़ी रिट्रीट की शांति का आनंद लें। 9) Sambalpur संबलपुर:(ସମ୍ବଲପୁର) महानदी नदी के तट पर स्थित संबलपुर विश्व प्रसिद्ध संबलपुरी वस्त्र और भव्य समलेश्वरी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। दुनिया के सबसे बड़े मिट्टी के ...
Tamilnadu's Top 10 remote Tourist Places तमिलनाडु के 10 दूरस्थ पर्यटन स्थल: अन्वेषण करने के लिए छिपे हुए रत्न (ஆராய 10 மறைக்கப்பட்ட கற்கள்) तमिलनाडु, दक्षिण भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, शानदार मंदिरों और हलचल भरे शहरों के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि, प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों से परे, छिपे हुए रत्न खोजे जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यदि आप ऑफ-द-बीटन-पाथ डेस्टिनेशंस और प्रकृति से जुड़ने का मौका तलाश रहे हैं, तो यहां तमिलनाडु के 10 दूरस्थ पर्यटन स्थल हैं जो करामाती परिदृश्य, शांत वातावरण और राज्य की कम खोजी गई सुंदरता की झलक पेश करते हैं। मेघामलाई ( மேகமலை): Meghmalai पश्चिमी घाटों के बीच बसा मेघामलाई, जिसे "हाई वेवी माउंटेन्स" के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन हिल स्टेशन है। अपने हरे-भरे चाय के बागानों, धुंध से ढकी चोटियों और शानदार झरनों के साथ, यह प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग है। इसके दर्शनीय रास्तों के माध्यम से ट्रेकिंग करने से आगंतुकों को मनोरम दृश्य और विविध वनस्पतियों और जीवों के साथ मुठभेड़ों का मौका मिलता है। वालपराई (வால்பாறை...
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
If you have any inquiry let me know.